गांधीनगर से ऐतिहासिक जीत के बाद शाह की नई भूमिका पर संशय, बीजेपी संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ जून को तीसरी बार शपथ ग्रहण कर सकते हैं। इससे पहले उन्हें एनडीए संसदीय दल का नेता चुना जाएगा, लेकिन मोदी 3.0 में अमित शाह की केंद्रीय गृह मंत्री की भूमिका को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार, गांधीनगर से बड़ी जीत हासिल करने वाले शाह एक बार फिर संगठन में लौट सकते हैं। अक्टूबर-नवंबर में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी संगठन को मजबूत बनाने के लिए शाह अपनी पुरानी भूमिका में नजर आ सकते हैं।
गुजरात की सबसे हाई प्रोफाइल सीट गांधीनगर से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार सोनल पटेल को 7,44,716 वोटों के अंतर से हराया। शाह को कुल 10,10,972 वोट मिले, जबकि सोनल पटेल को 2,66,256 वोट मिले। बसपा के मोहम्मद दानिश देसाई 7394 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में हुआ था और उनकी शुरुआती शिक्षा ननिहाल गुजरात के मनसा में हुई। बाद में उनका परिवार गुजरात में बस गया। शाह हमेशा से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रभावित थे और कम उम्र से ही अहमदाबाद में संघ में सक्रिय रूप से शामिल हो गए।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, मोदी मंत्रिमंडल में गृह विभाग की जिम्मेदारी किसी अन्य नेता को सौंपी जा सकती है। एनडीए की पूर्व सरकारों में भी अहम विभाग सहयोगियों के पास रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष का पद भी सहयोगियों के पास रह चुका है। अब देखना यह है कि पार्टी मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को आगे बढ़ाने का निर्णय लेती है या फिर अमित शाह फिर से अध्यक्ष बनते हैं। गुजरात में बीजेपी संगठन में भी बदलाव लंबित हैं, और हाल ही में कांग्रेस ने यहां बढ़त हासिल की है। ऐसे में संगठन में बड़े बदलाव का काम शाह संभाल सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार शपथ लेने का रास्ता साफ है, लेकिन बीजेपी के अंदर पहले जैसा जश्न नहीं है। मोदी के गृह राज्य गुजरात में भी थोड़ी मायूसी है। ऐसे में संभावना है कि अमित शाह पार्टी को मजबूत बनाने का काम खुद संभाल सकते हैं। शाह 2014 से 2020 तक पार्टी अध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। वह राजनाथ सिंह के बाद पार्टी के अध्यक्ष बने थे। अब तक बीजेपी में सिर्फ लालकृष्ण आडवाणी ने तीन बार अध्यक्ष की कमान संभाली है। गांधीनगर से इस बार शाह ने 7.44 लाख वोटों से जीत हासिल की है, जो अब तक की सबसे बड़ी जीत है। शाह 2019 में पहली बार गांधीनगर से लड़े थे।
अगर अमित शाह गृह मंत्री नहीं बनते, तो इस जिम्मेदारी को कौन संभालेगा, इस पर भी चर्चा शुरू हो गई है। मोदी के पहले कार्यकाल में यह जिम्मेदारी राजनाथ सिंह ने संभाली थी। दूसरे कार्यकाल में अमित शाह गृह मंत्री बने थे और उन्होंने धारा 370 हटाने समेत कई बड़े फैसले लिए थे। नए गृह मंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे आगे है। चर्चा है कि वह इस जिम्मेदारी को संभाल सकते हैं। शिवराज सिंह मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद केंद्र में भूमिका के लिए तैयार हैं।