कांग्रेस प्रवक्ता का आरोप – भाजपा सरकार में चिटफंड कंपनियों को संरक्षण, निवेशकों के साथ अन्याय
चिटफंड कंपनियों की कुर्की कार्यवाही पर रोक: भाजपा सरकार बनते ही संपत्ति कुर्की की कार्यवाही को रोक दिया गया है
कांग्रेस सरकार की उपलब्धि: कांग्रेस सरकार ने 81204 पीड़ित निवेशकों को 37.92 करोड़ रुपये लौटाए और 208 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ 462 प्रकरण दर्ज किए
चिटफंड कंपनियों को संरक्षण: भाजपा सरकार पर चिटफंड कंपनियों के लुटेरों को संरक्षण देने का आरोप
भाजपा नेताओं की भूमिका: पूर्व भाजपा सरकार में चिटफंड कंपनियों को खुलकर काम करने का मौका मिला, भाजपा नेताओं पर चिटफंड कंपनियों का समर्थन करने का आरोप
इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाला: इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में भी भाजपा नेताओं पर रिश्वत लेने के आरोप, नारको टेस्ट वीडियो का उल्लेख
निवेशकों के साथ अन्याय: भाजपा सरकार पर निवेशकों के साथ अन्याय करने का आरोप, चिटफंड कंपनियों और बैंक घोटाले के खिलाफ कार्यवाही रोके जाने की आलोचना
कांग्रेस की सरकार ने चिटफंड कंपनियों की प्रॉपर्टी को कुर्की करके निवेशकों के पैसा लौटाया
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्की की कार्यवाही को रोक दिया गया है। कांग्रेस की सरकार ने चिटफंड कंपनियों की संपत्ति को कुर्क करके निवेशकों के पैसे को लौटाया था। भाजपा सरकार में कुकुरमुत्ता की तरह चिटफंड कंपनियां खुली थी और प्रदेश के लाखों निवेशकों के पैसा को लेकर चिटफंड कंपनियां फरार हो गई थी।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश के 81204 पीड़ित निवेशकों को 37 करोड़ 92 लाख 99 हजार 656 रु की राशि लौट आई थी और 208 चित फंड कंपनियों के खिलाफ 462 प्रकरण दर्ज किए थे इनसे संबंधित 700 से अधिक डायरेक्टर और पदाधिकारी के गिरफ्तारी भी हुई थी। भाजपा की सरकार बनते ही एक बार और चिटफंड कंपनियों के लुटेरे को संरक्षण दिया जा रहा है, उनकी संपत्ति को बचाने के लिए कुर्की की कार्यवाही को रोक दिया गया है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि चिटफंड कंपनियों ने पूर्व भाजपा सरकार की सह में प्रदेश की जनता को लूटने का काम किया है। भाजपा के कई नेता चिटफण्ड कम्पनियों के उद्घाटन करते थे, उनके लिए पूर्व भाजपा सरकार में रोजगार मेला लगता था और पूर्व भाजपा सरकार के संरक्षण में चिटफण्ड कम्पनियों ने प्रदेश की गरीब जनता से हजारों करोड़ रुपया की लूट की है। पूर्व भाजपा सरकार के दौरान कुकुरमुत्ते की तरह गांव गांव में चिटफण्ड कम्पनियों पनपी थी। चिटफंड घोटाला की तरह ही इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक में घोटाला हुआ। घोटाला बाजो को बचाने के लिए भाजपा नेता ने करोड़ों रुपए की रिश्वत ली थी। यह बैंक के मैनेजर के नारको टेस्ट के वीडियो में स्पष्ट है भाजपा का काम घोटाला घपला बाजी करना था। भाजपा की सरकार ने चिटफंड कंपनियों एवं इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक के खिलाफ हो रही कार्यवाही को रोका है। ये प्रदेश के निवेशकों के साथ अन्याय है।