भाजपा बतायें राज्य में पूर्ण शराबबंदी कब लागू होगी?
रायपुर। पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि यूपीए सरकार ने कानून बनाकर भोजन का अधिकार दिया था (Right to Food) जिसके कारण मोदी सरकार ने मजबूरी में गरीबों को 5 किलो राशन देना शुरू किया। अब केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर हर गरीब को 10 किलो राशन मिलेगा। यूपीए की सरकार ने 2013 में खाद्य सुरक्षा बिल पास किया जिसके तहत देश के हर गरीब नागरिक को भोजन का अधिकार मिलना चाहिये। उसी तरह केन्द्र सरकार 5 किलो फ्री में राशन देने का काम कर रही है। कांग्रेस ने घोषणा कि है खाद्य सुरक्षा कानून हमारी सरकार ने बनायी है और 4 जून को कांग्रेस की सरकार बन रही है। 5 किलो चावल को बढ़ाकर 10 किलो किया जायेगा। यह बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय है। इससे देश के गरीब परिवार को बहुत राहत मिलेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा बतायें राज्य में पूर्ण शराबबंदी कब लागू होगी? भाजपा सरकार के संरक्षण में पूरे प्रदेश में शराब की कोचियागिरी शुरू हो गयी है। ए.सी. अहाता बना कर शराब की खपत बढ़ाने के इंतजाम किये जा रहे है। दुकानों को कमीशन देकर कोचिये गली, मुहल्लों में शराब बेच रहे है। सरकार का पूरा प्रयास शराब की काली कमाई बढ़ाने में है। पांच सालों तक घूम-घूम कर शराबबंदी की बात करने वाले भाजपाई अब शराबबंदी पर चुप है। हम मुख्यमंत्री से पूछना चाहते है पूर्ण शराबबंदी कब लागू होगी? भाजपा के शासन में शराब पान ठेलो में भी मिल रही है। भाजपा अपनी जेब को भरने के लिये जनता की गाढ़ी कमाई को लूट रही है। सरकार शराब को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम कर रही है। भाजपा शराबबंदी पूर्ण रूप से कब बंद करेगी?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जहां गलत होगा कांग्रेस सवाल उठायेगी, कांग्रेस जनता के साथ खड़ी है। सवाल हम नही पीड़ित परिवार उठा रही है, गांव वाले एनकाउंटर पर उठा रहे है कि कांकेर की घटना जहां तीन निर्दोष आदिवासियों को गोली मारा गया। क्या फर्जी एनकांउटर नही था? उसमें सरकार अभी तक क्यों जवाब नहीं दे रही है? जिनके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, जॉब कार्ड सभी चीजे थी। गांव वालो ने कहा फर्जी एनकांउटर है, निश्चित तौर पर हम गांव वाले, आदिवासियों के साथ खड़े है। सरकार का अभी तक जवाब नही आया। गांव वाले लगातार खुलकर बोल रहे है कि जो नक्सलियों बताकर मारे गये वो निर्दोष आदिवासी है। तेंदूपत्ता तोड़ने गये थे। जिस तरह भाजपा के 15 साल में अराजकता और जंगल राज रही। उसी तरह 5 महीने में कुछ घटनाओं को छोड़कर बस्तर के आदिवासियों को नक्सली बताकर गोली मारा जा रहा है। यहां ग्रामीण लगातार आवाज उठा रहे है। निश्चित रूप से जनता का आवाज बनकर कांग्रेस पार्टी हक की लड़ाई, अधिकार की लड़ाई लड़ेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद छत्तीसगढ़ में आदिवासी सुरक्षित नहीं है यह सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिये कि क्यों आदिवासियों को अभी तक सुरक्षित कर पाये पांच महिने में? हसदेव की जंगल कटाई हो रही है। कोरबा में बैगा परिवार की हत्या हो रही है। बस्तर में नक्सलियों के नाम से गोली मारा जा रहा है। निर्दोष बच्चों की विस्फोट में मौत हो रही है। इसके लिये सरकार क्या रही है? मुख्यमंत्री जी बताये। सिर्फ मुख्यमंत्री एक रिमोट कंट्रोल की तरह इस्तेमाल हो रहे है, दिल्ली से और उनकी प्रदेश में अभी तक समझ नहीं है। एक आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद एक आदिवासी वर्ग को सुरक्षित नहीं कर पाये, इससे बड़ा दुर्भाग्य छत्तीसगढ़ के लिये कुछ नहीं हो सकता।