लक्ष्मी फुटान की कहानी: आर्थिक तंगहाली से निकलकर स्वप्न पूर्ति तक
महिलाओं के जीवन में बड़ा परिवर्तन: घरेलू खर्च और बचत में सहायता
सपनों की पूर्ति: सोने-चांदी के जेवर और बच्चों का भविष्य सुरक्षित
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सराहनीय कदम: महिलाओं को मिला आत्मनिर्भर बनने का अवसर
महतारी वंदन योजना: 3,000 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण
जून माह में चतुर्थ क़िस्त के रूप में 50 करोड़ 93 लाख 36 हज़ार 9 सौ रुपए महिलाओं के बैंक खाते में ज़ारी किए गए हैं
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना का मूल उद्देश्य अब कारगर होता दिखाई दे रहा है। रायपुर की श्रीमती लक्ष्मी फुटान ने सपना संजोया था, जिसे अपनी आर्थिक तंगहाली की वजह से पूरा नहीं कर पाई थी, महतारी वंदन योजना से उनके जीवन में बड़ा परिवर्तन आया है।
श्रीमती लक्ष्मी घर का कामकाज संभालती है। उनके पति श्री गोपाल फुटान रोजी-मजदूरी करते है। श्रीमती लक्ष्मी बताती हैं कि पति की कमाई से घरेलु खर्च तो चल जाता था पर छोटी-मोटी जरूरतें की चीजों को खरीदने में काफी परेशानी उठानी पड़ती। होती थी। अब उन जरूरतों को वह इस योजना से मिली राशि से पूरा कर रही हैं और बचत भी कर रही है।
श्रीमती लक्ष्मी ने कहती है कि सोने-चांदी के जेवर पहनने का मन काफी समय से है, लेकिन माली हालत उतनी अच्छी नहीं थी, जिससे वे जेवर खरीद सके। अब सपने पूरा करने के लिए वे प्रतिमाह बैंक अकाउंट में योजना से मिलने वाली राशि को इकट्ठे कर रही है। जिससे वे जेवर की खरीदी कर सके। श्रीमती लक्ष्मी यह भी कहती है कि बहुत खुशी होती है कि घर बैठे इतनी राशि मिल रही है। उनके दो बच्चे टीकम और धनेंद्र के भविष्य की चिंता भी थी, हमेशा यही लगता था कि मैं भी थोड़ा आर्थिक रूप से मजबूत होने के लिए कुछ काम करूं, पर राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना से राशि प्रतिमाह मिल जाती है, उस पैसे की बचत कर बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित कर रही हूं। साथ ही अब घर की छोटी-मोटी चीजों को खरीदने के लिए पति पर आश्रित रहने की जरूरत नहीं पड़ती है। कुछ घरेलु खर्च होता है तो खुद पूरा कर लेती है। अब पैसों के लिए दूसरे के सामने हाथ फैलाना नहीं पड़ता है।
श्रीमती लक्ष्मी कहती है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने महिलाओं के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। मेरे जैसे लाखों महिलाओं को अपने सपने पूरे करने के अवसर मिल रहें है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद करते हैं। वे यह भी बताती है कि खान-पान भी बेहतर होता जा रहा है। राशन और घर की अन्य चीजें भी खरीदने के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती है। अब सशक्त होने का अवसर प्राप्त हुआ है और बेहतर पोषण से जीवन भी बेहतर होगा और परिवार भी स्वस्थ रहने के साथ खुशहाल भी रहेगा। जीवन में उत्तरोतर विकास से समृद्धि भी आएगी। उल्लेखनीय है कि महतारी वंदन योजना के तहत राज्य में विवाहित महिलाओं को 1,000 रुपए प्रतिमाह (कुल 12,000 रुपए सालाना) वित्तीय सहायता दी जा रही है, जो प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में जमा हो जाती है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय कहते हैं कि उनका प्रयास आने वाले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को दोगुना करने का होगा। इसी लिए राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बजट में महतारी वंदन योजना के लिए 3,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 10 मार्च से प्रथम किश्त महिलाओं के बैंक खाते में भेजने से प्रारंभ हुई महतारी वंदन योजना में रायपुर जिले के कुल 5 लाख 29 हज़ार 75 हितग्राहियों को महतारी वंदन योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है, जिनको जून माह में चतुर्थ किस्त के रूप में 50 करोड़ 93 लाख 36 हज़ार 9 सौ रुपए महिलाओं के बैंक खाते में ज़ारी किए गए हैं।
महतारी वंदन योजना बना रही महिलाओं को स्वावलंबी
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राज्य में लागू की गई महतारी वंदन योजना राज्य के महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बना रही है। योेजना राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अत्यंत निर्णायक साबित हो रही है। योजना की सराहना अनेक जरूरतमंद महिलाओं केे अलावा आंगनबाड़ी केन्द्र के कर्मचारियों ने भी मुक्त कंठ से इसकी सराहना की है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति विनम्र आभार व्यक्त करते हुए उन्हें हृदय से आभार व्यक्त किया है।
बालोद विकास खण्ड के आंगनबाड़़ी केन्द्र क्रमांक 02 झलमला की कार्यकर्ता चन्द्रिका सिन्हा ने मिलने वाली राशि को जरूरतमंद महिलाओं के लिए मुश्किल वक्त का सहारा बताया। उन्होने कहा कि समाज के निम्न एवं मध्यम वर्ग के अनेक महिलाएं जिन्हे अपने जरूरी तथा अनेक छोटे-बड़े आवश्यकताओं के लिए परिवार के मुखिया के ऊपर आश्रित रहना पड़ता है। लेकिन प्रदेश सरकार के द्वारा महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना लागू हो जाने से प्रतिमाह उनक खाते मे 1000 रू. जमा हो जाने से अब महिलाओं को अपनी छोटी-बड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आसानी से पैसा उपलब्ध हो जाता है।
इस योजना की सराहना आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 02 ग्राम झलमला की सहायिका श्रीमती रेणुका साहू ने की है। इस राशि का उपयोग अपने जरूरत के कार्याे के लिए कर पा रही है। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रतिमाह उनके खाते में 1000 रू. की राशि जमा होने से उसमें आत्मविश्वास जागृत होने के साथ-साथ सुरक्षा का भी बोध हो रहा है। जिससे वे प्रसन्नचित होकर हंसी-खुशी के साथ अपनी ड्यूटी कर पा रही है।